शिमला।
भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (एनएसयूआई) का एक डेलिगेशन रूबल ठाकुर नेशनल कोऑर्डिनेटर एनएसयूआई के नेतृत्व में छात्रों की समस्याओं को लेकर राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय से मिला। इसमें एनएसयूआई के प्रदेश महासचिव शुभम वर्मा, राज्य सचिव रजत राना और सदस्य दिनेश सिंगटा, विशाल वीरता भी मौजूद रहे।
एनएसयूआई ने मुख्यतः 2019 एवं उससे पहले के रिअपीयर के फंसे हुए छात्रों और 2019 के बाद से लेकर अब तक जो परीक्षाएं नहीं हुई जिसमें हजारों छात्र-छात्राएं अभी तक फंसी डिग्रियों का मामला उठाया। एनएसयूआई के नेशनल कोर्डिनेटर रूबल ठाकुर कहा कि आईटीआई नाहन में 9 छात्रों को बिना परीक्षा ही फेल कर दिया गया था। इनकी ऑनलाइन परीक्षा होनी थी, मगर सर्वर की वजह से नहीं हो पाई थी। बाद में 31 मई 2021 को बिना परीक्षा ही हिमाचल तकनीकी बोर्ड में उनका रिजल्ट घोषित कर दिया था। इसके साथ साथ प्रथम व द्वितीय वर्ष के छात्र छात्राओं को पिछले वर्ष की भांति प्रमोट करवाने के लिए मांग रखी गई। हिमाचल प्रदेश शिक्षा विभाग ने पिछले वर्ष प्रथम व द्वितीय वर्ष के छात्रों को प्रमोट किया था लेकिन उन्हें बच्चों के साथ रिअपीयर के छात्र छात्राओं की परीक्षाएं भी होनी थी। लॉक डाउन की वजह से वे नहीं हो सकी जिसकी वजह से रिअपीयर का परीक्षा देने के लिए जिनके पास आखरी वर्ष था। पेपर देने के लिए वह अभी तक फंसे हुए थे। उन्होंने आरोप लगाया कि कि छात्रों की मजबूरी का फायदा उठाकर प्रदेश विश्वविद्यालय स्पेशल चांस देखकर 20 20 हजार परीक्षा शुल्क लेकर लूटा जा रहा है।